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जय भारत जय क्षत्रिय कुल श्रेष्ठ भरतवंशी राजभर समाज



जय भारत जय क्षत्रिय कुल श्रेष्ठ भरतवंशी राजभर समाज
                     जय क्षत्रिय कुल श्रेष्ठ भरतवंशी राजभर
                                  राष्ट्र शिरोमड़ि महाराज सुहेलदेव राय भरतवंशी राजभर जी
दिल से प्यारे क्षत्रिय कुल श्रेष्ठ भरतवंशी राजभर समाज तथा अन्य समाज के भाइयो,बहनो,माताओ,और पिता तुल्य पूजनीय श्रेष्ठ बुजुर्गो आप सभी लोगो को लालजीराय भरतवंशी राजभर जी  तहे दिल से हार्दिक स्वागत,बंदन और अभिनंदन स्वीकार हो और अपने फेसबूक मित्रो को तहे दिल से कोटी-कोटी धन्यवाद देता हूँ कि आप लोगों ने अपना अमूल्य समय देकर मेरे लिखे हुए लेख को कडुआ सच मानकर पढ़ा और समझा ,आप लोगों ने अपने प्रसन्न मन से कडुआ सच लेखक को आशीर्वाद दिया । लेखक लालजीराय भरतवंशी  आप लोगों के प्रति आजीवन आभारी बना रहेगा।
    प्यारे क्षत्रिय कुल श्रेष्ठ भरतवंशी राजभर समाज के भाइयो,बहनो अपने दिल से सोचो कि बहुजन समाज पार्टी से क्षत्रिय कुल श्रेष्ठ भरतवंशी राजभर समाज का  क्या भला और कितना विकास हुआ । क्या बहुजन समाज पार्टी कि मुखिया पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने माननीय पूर्व विधानसभा अध्यक्ष उत्तर प्रदेश माननीय सुखदेव राजभर जी को बनाकर कितना विकास किया । क्या वर्तमान बहुजन समाज पार्टी के उत्तर प्रदेश अध्यक्ष एवं पूर्व परिवहन कैबिनट  मंत्री बनाकर क्षत्रिय कुल श्रेष्ठ भरतवंशी राजभर समाज का कितना विकास किया । क्या माननीय कालीचरण राजभर जी को विधायक बनाकर क्षत्रिय कुल श्रेष्ठ भरतवंशी राजभर समाज का कितना विकास किया । प्यारे क्षत्रिय कुल श्रेष्ठ भरतवंशी राजभर भाइयो एवं बहनो अपने हृदय पर हाथ रखकर और ईश्वर के नाम से शपथ ले कर ,ईश्वर को साक्षी मानकर असलियत को विश्व पटल पर सभी नर रूप में नारायण के सामने प्रमाण को दिखाना पड़ेगा । कडुआ सच लेखक ईश्वर को साक्षी मानकर ईश्वर के नाम से शपथ लेकर जो 60-65 बीते हुए उम्र के दौरान गुजरा है । भारत को आजाद हुए 70 साल हुए लेकिन यह क्षत्रिय कुल श्रेष्ठ भरतवंशी राजभर समाज विकास के मामले में सभी वर्गो से पीछे रह गया है । इसका मुख्य कारण 70 साल के दौरान शासन कि द्वेष-इर्ष्या भावना से क्षत्रिय कुल श्रेष्ठ भरतवंशी राजभर समाज को प्रताड़ित उनके सामाजिक।नैतिक,शैक्षिक और राजनैतिक को पिछड़ना । जिससे क्षत्रिय कुल श्रेष्ठ भरतवंशी राजभर समाजपिछड़ा नहीं बल्कि पिछाड़ा गया है।
प्यारे क्षत्रिय कुल श्रेष्ठ भरतवंशी राजभर समाज के भाइयो एवं बहनो आप के वंश के आप के समाज के पूर्वज इस भारत वर्ष के राजा ,महाराजा,और विश्व सम्राट हुए है । यह क्रम अतीत काल में करीब दो अरब वर्षो से चलता रहा । लेकिन कुछ अन्य वर्गो के कुछ रचना और विदेशी आक्रमण कारियों के चलते भारत माता करीब 1000 वर्षो से गुलाम रही है। लेकिन 1857 कि क्रांति से क्षत्रिय कुल श्रेष्ठ भरतवंशी के वीर साहसी महापुरुषों कि कुर्बानी से अंग्रेज़ो को भारत छोड़ना पड़ा । जैसे गोरखपुर जिले का चोरी-छोरा कांड जो  खेलावन राजभर के नेत्रत्व में हजारो-हजार राजभरों ने एकत्रित होकर 3000 हज़ार अंग्रेजी शासन के सिपहियों को ज़िंदा मिट्टी का तेल डालकर मर डाले । जिससे क्रोधित होकर अंग्रेज़ो ने तमाम राजभरों को गोलियो से भून दिया। इस तरह से तमाम क्षत्रिय कुल श्रेष्ठ भरतवंशी राजभरो ने अंग्रेज़ो के खिलाफ कांड करके अँग्रेजी सत्ता को भारत छोड़ने के लिए मजबूर कर दिया। जिस से अंग्रेज़ो ने क्षत्रिय कुल श्रेष्ठ भरतवंशी राजभर समाज को 1871 ईस्वी में समूल नाश करने की योजना के तहत क्रिमिनल एक्ट कानून बना कर क्षत्रिय कुल श्रेष्ठ भरतवंशी राजभर समाज को अपराधी जाति घोषित करके अन्य समाज के मुखबीरो के चलते खोज-खोज कर घर से पकड़ कर गोलियो से भूनना  शुरू कर दिया ।
प्यारे क्षत्रिय कुल श्रेष्ठ भरतवंशी राजभर समाज के भाइयो,बहनो भला बतावे कि जिस भारत मटा को आज़ादी दिलाने के लिए हमारे पूर्वजो ने इतनी कुरबानिया दी, जिससे भारत माता को आज़ादी मिली। इन समाज के लोगो 15 अगस्त 1947 को आज़ादी मिलने पर कॉंग्रेस को चोर कि संज्ञा दी । और सान 1977 के दौरान कॉंग्रेस पार्टी से बने उत्तर प्रदेश सरकार के मुख्य मंत्री बने, स्वर्गीय रामनरेश यादव ने असवैधानिक ढंग से उत्तर प्रदेश के कई जिलो में क्षत्रिय कुल श्रेष्ठ भरतवंशी राजभर समाज के नौजवानो को पूलिस कि साजिस से फर्जी केस चोरी ,हत्या,डकैती ,इत्यादि धाराएँ चला-चला कर पूलिस द्वारा फर्जी मुठभेड़ दिखा-दिखा कर एंकाउंटर करा दिया। लेखक लालजी राय भरतवंशी ने अपने आखो से साक्षात उत्तर प्रदेश कि पूलिस को गोलियो से मरते देखा है ।
प्यारे क्षत्रिय कुल श्रेष्ठ भरतवंशी राजभर समाज के भाइयो,बहनो यही हाल समाजवादी पार्टी का रहा,चाहे मुख्य मंत्री माननीय मुलायम सिंह यादव जी रहे हो,चाहे मुख्य मंत्री युवा नेता माननीय अखिलेश यादव रहे हो,समाज वादी पार्टी के शासन काल में भरतवंशी राजभर के साथ भूमि माफियाओ कि शासन-प्रशासन के साजिस से उनकी कीमती भूमि पर भूमि माफियाओ का कब्जा कराया। भरतवंशी राजभर के बच्चो से लेकर वृद्ध,माताओ और बुजुर्गो को भी पूलिस वाले मार-मार कर हाथ पैर तोड़ डाला यहा तक कि उनको मौत के घाट उतार दिया। पता नहीं कितनों को फर्जी मुकदमो में फस कर जेल में डाल दिया गया। जैसे रखौना,राजतलाब,वाराणसी के भरतवंशी राजभर के साथ मिर्जामुरद कि पुलिस शासन के इशारो पर अत्याचार करती गई। इसके बाद बड़े गाव थाना अंतर्गत कोलार ग्राम के भरतवंशी राजभरो के साथ भूमि माफिया और शासन-प्रशासन के इशारे पर पुलिस वालों ने अत्याचार किया। जहा पुलिस के द्वारा एक-एक महिला कि जान चली गई । उसी तरह सारनाथ थाना अंतर्गत खलिसपूर के भरतवंशी राजभरो के साथ हुआ। उसी तरह तरहुया क्षेत्र में भरतवंशी राजभरके साथ हुआ। यह तो भूमाफिया व शासन-प्रशासन द्वारा पूरी बस्ती जो सैकड़ो सालो से बसी थी उजाड़ दी गई। इसी तारह पूरे पूर्वाञ्चल में अनेकों-अनेक घटनाए देखने को मिली।
प्यारे क्षत्रिय कुल श्रेष्ठ भरतवंशी राजभर भाइयो बताइये कि एक पार्टी है बहुजन समाज पार्टी जिसका अध्यक्ष पूर्वा मुख्य मंत्री सुश्री बहन मायावती । ये उत्तर प्रदेश कि चार बार मुकया मंत्री पद कि गरिमा को सुशोभित कर चुकी है । जिन पार्टी से माननिय रामचल राजभर जी प
परिवहन विभाग के कैबिनेट मंत्री भी बने थे और माननीय सुखदेव राजभर जी को बहुत बड़े गरिमा का पद उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा विधानसभा अध्यक्ष का पद मिला। तो भला क्षत्रिय कुल श्रेष्ठ भरतवंशी राजभर भाइयो एवं बहनो ज़रा मुझे बताइये तो इन लोगो ने कितने क्षत्रिय कुल श्रेष्ठ भरतवंशी राजभरो का विकास किया है। हा हो सकता है कि कुछ  भरतवंशी राजभर जो इनके चाटुकार होंगे या कोई अपराधी होगा या कुछ लोग भूमि माफिया होंगे उनके यहा आकार ज़रूर बकरा या मछली कि दावत खाकर उनकी धौस जमते होंगे। वही लोग इन दिनो नेताओ कि वाहवाही लूटने में लगे होंगे।
प्यारे क्षत्रिय कुल श्रेष्ठ भरतवंशी राजभर भाइयो एवं बहनो ज़रा लेखक लालजीराय भरतवंशी राजभर जी को बताइए कि किन-किन गरीबो असहाय, भरतवंशी राजभरो के दुख-दर्द को दोनों नेताओ ने सुना है। कटु सत्या लेखक लालजीराय भरतवंशी राजभर ने खुद अपने दूख-दर्द को लेकर माननीय पूर्व परिवहन मंत्री रामचल जी से मिला। रामचल जी ने यह कहकर टाल दीया की वाराणसी जिले का पूलिस अधिकारी हमारी बात नहीं सुनेगा,हम तो अंबेडकर नगर से विधायक चुने गए है ,और माननीय पूर्व विधानसभा अध्यक्ष सुखदेव राजभर जी जब सिक्षा मंत्री थे ,तब में प्रार्थना पत्र के साथ मिला और रजिस्टेर्ड डाक से निवेदन पत्र दिया। लेकिन ज़रा सा भी मेरे पत्र पर ध्यान नहीं दिया । यदि इन दोनों लोगो में क्षत्रिय कुल श्रेष्ठ भरतवंशी राजभर समाज का खून होता तो ज़रूर श्रेष्ठ भरतवंशी राजभर समाज का कार्य करते,उनके दुख दर्द को सुनते। ये लोग तो पद व धन के लोभ में मतवाले हो गए थे । ये क्यो श्रेष्ठ भरतवंशी राजभर समाजके हृदय कि पीड़ा को सुनेंगे । कडुआ सच लेखक उस समय तो चिटी कि तरह लग रहा था। इन लोगो को यह पता होना चाहिए कि एक छोटी सी चिटी बड़े से बड़े हाथी को मर डालती है ।
प्यारे क्षत्रिय कुल श्रेष्ठ भरतवंशी राजभर भाइयो एवं बहनो बतावे कि इन सबके होते हुए भी क्षत्रिय कुल श्रेष्ठ भरतवंशी राजभरो कि वीरता कि रही भदोही नगरी जो भरतवंशी राजभर शासको ने भारत के बाहर से आए आक्रमणकारियों जैसे शक,हूण,यवन,तुगलग जैसे अनेकोनेक आक्रमणकारियो को खदेड़-खदेड़ कर भागा दिया। जिस भदोही जिले के भरतवंशी राजभर राजा भद्रसेन जी ने सवा मन सोना प्रतिदिन गरीबो-दुखियो को दान करते थे। ऐसे भरतवंशी राजभर वीर शासक के वंश के नाम पर भदोही जिला बना था । जिसको ऐसे वीर क्षत्रिय कुल श्रेष्ठ भरतवंशी राजभरो के पूर्वजो के महत्वपूर्ण तथ्यो को मिटाकर सुश्री पूर्व मुख्य मंत्री मायावती ने अपनी चमार जाति का नाम पूरे विश्व में विख्यात करने के लिए अपने मुख्य मंत्रीय काल में सबसे पहला कदम क्षत्रिय कुल श्रेष्ठ भरतवंशी राजभरो के पूर्वजो के नाम पर पड़ा भदोही जिले का नाम संत रविदास नगर रखा । लेकिन भारतीय जनता पार्टी उत्तर प्रदेश की सत्ता में आयी तो कुछ सुधार करके संत रविदास भदोही रखा। भला बताइये क्षत्रिय कुल श्रेष्ठ भरतवंशी राजभर भाइयो एवं बहनो उस समय माननीय सुखदेव जी और माननीय रामचल जी और कालीचरण जी के आँख में मोतियाबिंद तो नहीं हो गया और बहरे तो नहीं हो गए थे की करोड़ो-करोड़ो क्षत्रिय कुल भरतवंशी राजभरके हृदय को,और सर्व समाज के हृदय को कुठारा घात और ठेस पहुची ।
प्यारे क्षत्रिय कुल श्रेष्ठ भरतवंशी राजभर भाइयो एवं बहनो बतावे कि जब मुख्यमंत्री मायावती जी ने वाराणसी जिले के नगवा का किला जो अतीत कल में भरतवंशी व नागवंशी क्षत्रिय कुल श्रेष्ठ भरतवंशी राजभर राज परिवार में पैदा हुए राजा नल और दमयंती का किला कब्जा करके संत रविदास पार्क नाम रख दिया। भला क्षत्रिय कुल श्रेष्ठ भरतवंशी राजभर भाइयो और बहनो बतावे की किसको पूरा विश्व सम्मान के साथ देख रहा है।
ऐसे क्षत्रिय कुल श्रेष्ठ भरतवंशी राजभर समाज के राजपरिवार में पैदा हुए क्षत्रिय कुल श्रेष्ठ भरतवंशी राजभर महाराजा महा प्रतापी महान वीर राष्ट्र रक्षक जननायक सर्व समाज के चोटी-बेटी के रक्षक राष्ट्र के गौरव राष्ट्र शिरोमणि महाराजा सुहेलदेव राय भरतवंशी राजभर जी की जन्म भूमि और कर्म भूमि और वीर भूमि उत्तर प्रदेश के श्रावस्ती जिला बहराइच में ट्रस्ट की ज़मीन को पूर्व मुख्य मंत्री मायावती ने कब्जा करवाकर सरकारी हरिजन आवास बनवा दिया । क्या माननीय रामचल राजभर व सुखदेव राजभर जी कही सोये थे। इसके बाद मायावती ने हरिजनो को भूमि आवंटन का नियम विधानसभा में पास कराकर गरीब असहाय निर्धन से निर्धन भरतवंशी राजभरो के सैकड़ो वर्षो से आबाद घरो-झोपड़ियों को अपने अधिकारियों को आदेश देकर गिरवा कर हरिजनो का कब्जा कर दिया । तमाम उत्तर प्रदेश के भरतवंशी राजभर पर पुलिस का अत्याचार,फर्जी मुकदमो में फसकर जेल में ठूस दिया गया ।
प्यारे क्षत्रिय कुल श्रेष्ठ भरतवंशी राजभर भाइयो एवं बहनो ज़रा बताइये तो बसपा को उत्तर प्रदेश की सत्ता हथियाने के लिए भर-चमार भाई का नारा लगवा कर माननीय सुखदेव राजभर जी और रामचल जी बसपा की सरकार बनाने पर अच्छा पद प्राप्त कर अरबपति बन गए।  क्षत्रिय कुल श्रेष्ठ भरतवंशी राजभर समाज की गौरव-गरिमा को गिरा दिया । जो सबसे बड़ा खेद का विषय है।
अंत में सभी प्यारे क्षत्रिय कुल श्रेष्ठ भरतवंशी राजभर समाज से कडुआ सच लेखक लालजीराय यह पूछना चाहते है की क्या बसपा से माननीय सुखदेव राजभर जी को विधान सभा अध्यक्ष बन जाने से और परिवहन मंत्री रामचल जी के बन जाने से क्या क्षत्रिय कुल श्रेष्ठ भरतवंशी राजभर का विकास हुआ। क्या उपरोक्त तथ्यो को ध्यान रखते हुए मेरे दिल से प्यारे क्षत्रिय कुल श्रेष्ठ भाई बहनो अपने दिल पर हाथ रखकर शिग्रतिशीग्र बताने का कष्ट करे। बेईमानी से नहीं ईमानदारी से । इससे अच्छा तो मै उन्हे मानता हूँ जो बिना किसी पार्टी के जो बिना किसी स्वार्थ के अपने दिल से प्यारे  क्षत्रिय कुल श्रेष्ठ भरतवंशी राजभर परिवार ग्राम अमीनी थाना मिर्जामुरद वाराणसी उत्तर प्रदेश में पैदा हुए श्रेष्ठ उद्ध्योग पति माननीय कैलाश नाथ राय भरतवंशी राजभर जी को जो पूरे परिवार के साथ क्षत्रिय कुल श्रेष्ठ भरतवंशी राजभर समाज के दो अरब वर्षो का अतीत के गौरवमय इतिहास को  खोज-खोज कर भरतवंशी राजभर समाज के सामाजिक स्तर को दुनिया के उच्च शिखर पर पहुचाकर अपने और अपने पूरे भरतवंशी राजभर समज को क्षत्रिय कुल श्रेष्ठ भरतवंशी राजभर समाज के कुल गौरव व गरिमा अन्य समाज से उच्च श्रेड़ी में बना दिये है। इसी से तो क्षत्रिय कुल श्रेष्ठ भरतवंशी राजभर समाज के सभी लोग अपने को गौरान्वित महसूस कर रहे है । इसी से तो इतिहासकारो ने लिख दिया है की जिस कौम का कोई इतिहास नहीं वह मुर्दे के समान है। क्षत्रिय कुल श्रेष्ठ भरतवंशी राजभर समाज को इसीलिए तो क्षत्रिय कुल श्रेष्ठ भरतवंशी राजभर समाज के प्रति किए गए कार्यो की सराहना पूरे विश्व में हो रही है।
वर्तमान भारत सरकार भी क्षत्रिय कुल श्रेष्ठ भरतवंशी राजभर समाज की भूरी-भूरी प्रशंसा हो रही है । यह सब हमारे हृदय से प्यारे श्रेष्ठ उद्धोगपति माननीय कैलाश नाथ राय राजभर जी के अथक प्रयासो का फल है। इसी लिए तो क्षत्रिय कुल श्रेष्ठ भरतवंशी राजभर समाज इन्हे ससम्मानित दृष्टि से बुला-बुला कर क्षत्रिय कुल श्रेष्ठ भरतवंशी राजभर समाज के कुल गौरव से सुशोभित कर रहा है।
प्यारे क्षत्रिय कुल श्रेष्ठ भरतवंशी राजभर भाइयो आप का कडुआ सच लेखक लालजीराय राजभर अपने पूरे परिवार सहित क्षत्रिय कुल श्रेष्ठ भरतवंशी राजभर जी के सराहनीय कार्यो को देखते हुए बहुत सारे आशीर्वाद की कामना आप सभी लोगो से करता है। लेख में आयी त्रुटियो व अपने हृदय में ठेस के लिए पाठक गणो से क्षमा याचना करता हू क्षत्रिय कुल श्रेष्ठ भरतवंशी राजभर समाज के शुभ चिंतक – लालजीराय भरतवंशी राजभर

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